तुम वसंत हो मेरे , खिलते हुए गुलाब की तरह महकाते हो घर को मेरे। तुम वसंत हो मेरे , खिलते हुए गुलाब की तरह महकाते हो घर को मेरे।
तुम बसंत मेरे .. मैं मुरझायी-सी कली हूँ टूटकर तुम मुझे बिखरने ना देना बिना तेरे मैं तुम बसंत मेरे .. मैं मुरझायी-सी कली हूँ टूटकर तुम मुझे बिखरने ना देना ब...
तुम मुझसे अलग कहाँ तुम मुझसे अलग कहाँ
तुमसे ही है जीवन मे सारे श्रृंगार मेरे तुम ही सावन, तुम ही फाल्गुन, हो तुम वसंत मेरे। तुमसे ही है जीवन मे सारे श्रृंगार मेरे तुम ही सावन, तुम ही फाल्गुन, हो तुम वस...
मेरे पंख फड़कते हैं, तुम परवाज़ बन जाना मेरे पंख फड़कते हैं, तुम परवाज़ बन जाना
बड़े नाज़ से पाला था हमने तेरा प्यार दिल में मगर तुम तो बड़े हरजाई निकले, लाख अरमानों स बड़े नाज़ से पाला था हमने तेरा प्यार दिल में मगर तुम तो बड़े हरजाई निकले, ...